Maya Dolas a Gangster Real Story | Shootout at Lokhandwala | Real Story
हेल्लो दोस्तों कैसे हो , उम्मीद करता हु आप सब ठीक ही होंगे ..
हर बार की तरह आज भी हम आपके लिए एक रोमांचक और सच्ची कहानी लेकर आये है
शायद आप लोग इस हादसे के बारे में जानते है , ये घटना 16 नवम्बर 1991 में मुम्बई के लोखंडवाला में हुई थी |
लोखंडवाला मुम्बई के अँधेरी शहर में एक जगह का नाम है | जहाँ पर दाऊद के कुछ आदमी छीपे हुए थे |
इस लिए यह शूटआउट हुआ था | इस घटना को शूटआउट लोखंडवाला भी कहा जाता है | तभी से मुम्बई का लोखंडवाला इस शूटआउट के नाम से भी जाना जाता है | ये एक सच्ची घटना है |
मुम्बई शहर जो की फिल्म इंडस्ट्रीज के लिए मशहूर है | इसे माया नगरी भी कहा जाता है | ये उन दिनों की बात है जब मुम्बई में अंडरवर्ल्ड का राज चलता था | उस समय मुम्बई में हर तरह के बुरे काम होते थे | नकली शराब , चोरी , संग्लिंग . रेप , मर्डर , जिसकी वजह से मुम्बई में कुछ भाई लोगो का राज हो गया था | जिनमे से एक दाऊद भी था |
दाऊद ने भाई बनकर मुम्बई पर कई साल राज किया | लेकिन वो धीरे - धीरे अपने काम को अंजाम देता हुआ भाई से मुम्बई का एक डॉन बन गया | और मुम्बई से लेकर पुरे भारत में उसका नाम चलने लगा | मुम्बई में कुछ ज्यादा ही चोरी , समग्लिंग , और मर्डर होने लगे थे | इतना सब देख मुम्बई पुलिस ने दाऊद को पकड़ना चाहा | लेकिन वो हर बार नाकाम रहे क्योकि रोज वो अपना ठिकाना बदलता रहता था | लेकिन दाऊद को जब ये बात पता चली तो इन सब से बचने के लिए वो दुबई चला गया और वह जाकर उसने अपना राज जमा लिया | लेकिन जिसने मुम्बई से इतना कुछ पाया है वो मुम्बई को कैसे छोड़ सकता था | उसने दुबई जाने के बाद भी मुम्बई पर राज करने का सपना नहीं छोड़ा | और उसने मुम्बई में बने नये भाई अशोक जोशी से उसने हाथ मिलाया | अशोक जोशी दाऊद के जाने के बाद मुम्बई में कुछ चोरिया और कुछ मर्डर और गलत काम करके वह का बहाई बना था | लेकिन अब दाऊद के हाथ मिलाने से उसकी पॉवर दो गुणा बढ़ गई थी |जिसकी वजह से उसने और बाकी के भी गलत काम करने शुरू कर दिए और अपनी गैंग को बढ़नी की सोची वो अपनी गैंग में मुम्बई के कुछ जाने -माने गुंडे सामिल करने लगा | तभी अशोक जोशी को मिला माया और अशोक जोशी ने उसे भी
अपनी गैंग में शामिल कर लिया |जोशी की गैंग में जितने भी आदमी थे उनमे से माया एक बेखोफ खिलाड़ी था | जो किसी से नही डरता था यह तक की वो अशोक जोशी से भी नहीं डरता था |और अपने काम को अंजाम देते समय कुछ नही सोचता था | जब दाऊद को माया के बारे में ये सब पता चला तो उसने माया को जोशी को मरने की शुपारी दी और खा उसे और उसकी गैंग को ख़त्म करदे | और बदले में पूरी मुम्बई उसे देने को बोला | माया को ये डील अच्छी लगी और मोका मिलते ही उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर अशोक जोशी की पूरी गैंग को ख़त्म कर दिया | और उसकी जगह खुद बैठ गया | पूरी मुम्बई पर राज करने के लिए जैसा दाऊद ने बोला था उसने वैसा ही किया | अब एक बार फिर से माया के जरिये दाऊद का नाम मुम्बई में गूंज उठा था | मुम्बई में लोग दाऊदके नाम से डरते थे | और उधर माया ने मुम्बई का भाई बनते ही अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया | हर जगह चोरी , डैकैती , मर्डर होने लगे | जिससे मुम्बई में माया का भी नाम चल गया | माया की इन हरकतों की वजह से मुम्बई के लोग ही नहीं बल्कि मुम्बई पुलिस भी परेशान थी | लेकिन वो माया को भी कभी पकड़ नहीं सकी | क्योकि उनके पास माया के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं था वो इस लिए क्योकि जो भी माया के खिलाफ आवाज उठाता था माया उसे मर देता था | इसी वजह से लोग माया से डरते थे | और उसके खिलाफ कुछ नहीं बोलते थे | बस इसी कारण पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई | जब माया की हरकते ज्यादा ही बढ़ने लगी तब पुलिस ने माया को पकड़ने के लिए एक स्पेशल टीम बने | जिसे (ATS) नाम दिया गया |
ATS (Anti Terrorist squad ) इस टीम के इन्चार्गे थे MR.A.A खान उन्होंने अपनी इस टीम में ऐसे पुलिस वाले शामिल किये जो की अपने पुलिस बैच के टॉप और शार्प शूटर थे | फिर उन्होंने अपनी इस टीम को बहुत मजबूत बनाया | और हर पुलिस वाले को माया और उसके काम के बारे में बताया | और कैसे न कैसे करके उसे हिराशत में लेने के बजाय उसका अन्काउन्टर करने को कहा | और देखते ही गोली मारने के आर्डर दिए | लेकिन ये इतना आसान नहीं था | क्योकि उसके उपर दाऊद का हाथ था | और वो भी अपने ठिकाने बदलते रहता था | उसने भी अपना काम बढ़ाने और अपना आतंक बढाने के लिए अपनी टीम बनाई | वो टीम 6 लोगो की थी | उसकी टीम में भी मुम्बई के जाने माने गैंगस्टर थे | उनमे से एक माया से भी खातर नाक और शार्प शूटर था | जिसका नाम बुवा था
जिसको पाने के लिए माया ने बहुत लोगो को जान से मारा माया और बुवा ने मिलकर और ज्यादा आतंक फैला दिया अब पूरी तरह से मुम्बई माया के पास थी | अब माया के पास सब कुछ था पैसा , ताकत , और मुम्बई शहर इससे मुम्बई के लोग और पुलिस बहुत परेशान होने लगे | जिससे माया के खिलाफ सबूत ना होने के कारण उन्हें पकड़ नहीं सकती थी तो पुलिस वालो ने माया समेत उसके सभी दोस्तों के घरवालो को डरना धमकाना शुरू किया ताकि उनसे ही कुछ सबूत या कुछ जानकारी मिले | ये बात जब माया को पता चली तो उसने भी पुलिस वालो के परिवार को डराया और धमकाया और पुलिस वालों को उनसे दूर रहने को कहा | उसके बाद दोनों के बिच का झगडा कुछ समय के लिए बंद हो गया | तभी माया के मन में मुम्बई का भाई बनने से अंडरवर्ल्ड का डॉन बनने का ख्याल आता है | और दाऊद को अपने रास्ते से हटाने के बारे में सोचता है | बस माया एक ये ही बहुत बड़ी गलती कार देता है | भाई से डॉन बनने के चक्कर में वो एक दिन दाऊद के आदमी से फिरोती मानता है | जो की मुम्बई का एक बिज़नस मैन आदमी था | वो उस आदमी को बहुत तंग करता है और बहुत सारे पैसे मांगता है | उस समय माया मुम्बई के लोखंडवाला के एक स्वाति नाम के अपार्टमेंट में छुपा हुआ था | और उस आदमी को पैसा लाने के लिए वही बुलाता है | लेकिन वो आदमी दाऊद को माया की सारी बाते बता देता है | फिर दाऊद माया को फ़ोन पर समझाता है लेकिन माया उसकी एक भी नहीं सुनता | और उल्टी सीधी बाते करने लगा | तभी दाऊद को माया की बातो से लगा की वो उसे अपने रास्ते से हटाना चाहता है | और कहा जाता है की MR.A.A खान और उनकी टीम को शायद दाऊद ने ही उसका पता बताया था | की माया लोखंडवाला में है | तभी MR.A.A खान अपनी पूरी टीम के साथ कम से कम तीन से चार हजार पिलोचे वाले लोखंडवाला पहुच जाते है |और माया और उनके बिच एक जबरदस्त गैंग वॉर हुआ इस वॉर में पुलिस वालों के दो आदमी घायल हो गये लेकिन पुलिस वालो ने माया और उसके सभी साथियो को मार गिराया था | लोखंडवाला जिस जगह ये वॉर हुआ था | वहा हजारो की तादाद में गोलियां मिली जिन्हें गिनना मुस्किल था | आज भी लोखंडवाला इस वॉर के नाम से प्रसिद्ध है | इस हादसे के उपर एक मूवी भी बने गई थी (Shootout At Lokhandwala)
Note : - इस कहानी के जरिये हमारे किसी की भावना को ठेस पहुचना नहीं है यह कहानी इन्टरनेट और न्यूज़ से पढ़ कर बनाई गई है ये एक सत्य घटना है |
धन्यवाद ||
अगर आपको हमारी कहानी पसंद आये तो कमेंट करे हम आपके लिए ऐसी ही रोमांचक और सच्ची कहानिया लाते रहेंगे |
हर बार की तरह आज भी हम आपके लिए एक रोमांचक और सच्ची कहानी लेकर आये है
शायद आप लोग इस हादसे के बारे में जानते है , ये घटना 16 नवम्बर 1991 में मुम्बई के लोखंडवाला में हुई थी |
लोखंडवाला मुम्बई के अँधेरी शहर में एक जगह का नाम है | जहाँ पर दाऊद के कुछ आदमी छीपे हुए थे |
इस लिए यह शूटआउट हुआ था | इस घटना को शूटआउट लोखंडवाला भी कहा जाता है | तभी से मुम्बई का लोखंडवाला इस शूटआउट के नाम से भी जाना जाता है | ये एक सच्ची घटना है |
Mumbai
मुम्बई शहर जो की फिल्म इंडस्ट्रीज के लिए मशहूर है | इसे माया नगरी भी कहा जाता है | ये उन दिनों की बात है जब मुम्बई में अंडरवर्ल्ड का राज चलता था | उस समय मुम्बई में हर तरह के बुरे काम होते थे | नकली शराब , चोरी , संग्लिंग . रेप , मर्डर , जिसकी वजह से मुम्बई में कुछ भाई लोगो का राज हो गया था | जिनमे से एक दाऊद भी था |
Daaud
दाऊद ने भाई बनकर मुम्बई पर कई साल राज किया | लेकिन वो धीरे - धीरे अपने काम को अंजाम देता हुआ भाई से मुम्बई का एक डॉन बन गया | और मुम्बई से लेकर पुरे भारत में उसका नाम चलने लगा | मुम्बई में कुछ ज्यादा ही चोरी , समग्लिंग , और मर्डर होने लगे थे | इतना सब देख मुम्बई पुलिस ने दाऊद को पकड़ना चाहा | लेकिन वो हर बार नाकाम रहे क्योकि रोज वो अपना ठिकाना बदलता रहता था | लेकिन दाऊद को जब ये बात पता चली तो इन सब से बचने के लिए वो दुबई चला गया और वह जाकर उसने अपना राज जमा लिया | लेकिन जिसने मुम्बई से इतना कुछ पाया है वो मुम्बई को कैसे छोड़ सकता था | उसने दुबई जाने के बाद भी मुम्बई पर राज करने का सपना नहीं छोड़ा | और उसने मुम्बई में बने नये भाई अशोक जोशी से उसने हाथ मिलाया | अशोक जोशी दाऊद के जाने के बाद मुम्बई में कुछ चोरिया और कुछ मर्डर और गलत काम करके वह का बहाई बना था | लेकिन अब दाऊद के हाथ मिलाने से उसकी पॉवर दो गुणा बढ़ गई थी |जिसकी वजह से उसने और बाकी के भी गलत काम करने शुरू कर दिए और अपनी गैंग को बढ़नी की सोची वो अपनी गैंग में मुम्बई के कुछ जाने -माने गुंडे सामिल करने लगा | तभी अशोक जोशी को मिला माया और अशोक जोशी ने उसे भी
Maya Dolas
अपनी गैंग में शामिल कर लिया |जोशी की गैंग में जितने भी आदमी थे उनमे से माया एक बेखोफ खिलाड़ी था | जो किसी से नही डरता था यह तक की वो अशोक जोशी से भी नहीं डरता था |और अपने काम को अंजाम देते समय कुछ नही सोचता था | जब दाऊद को माया के बारे में ये सब पता चला तो उसने माया को जोशी को मरने की शुपारी दी और खा उसे और उसकी गैंग को ख़त्म करदे | और बदले में पूरी मुम्बई उसे देने को बोला | माया को ये डील अच्छी लगी और मोका मिलते ही उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर अशोक जोशी की पूरी गैंग को ख़त्म कर दिया | और उसकी जगह खुद बैठ गया | पूरी मुम्बई पर राज करने के लिए जैसा दाऊद ने बोला था उसने वैसा ही किया | अब एक बार फिर से माया के जरिये दाऊद का नाम मुम्बई में गूंज उठा था | मुम्बई में लोग दाऊदके नाम से डरते थे | और उधर माया ने मुम्बई का भाई बनते ही अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया | हर जगह चोरी , डैकैती , मर्डर होने लगे | जिससे मुम्बई में माया का भी नाम चल गया | माया की इन हरकतों की वजह से मुम्बई के लोग ही नहीं बल्कि मुम्बई पुलिस भी परेशान थी | लेकिन वो माया को भी कभी पकड़ नहीं सकी | क्योकि उनके पास माया के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं था वो इस लिए क्योकि जो भी माया के खिलाफ आवाज उठाता था माया उसे मर देता था | इसी वजह से लोग माया से डरते थे | और उसके खिलाफ कुछ नहीं बोलते थे | बस इसी कारण पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई | जब माया की हरकते ज्यादा ही बढ़ने लगी तब पुलिस ने माया को पकड़ने के लिए एक स्पेशल टीम बने | जिसे (ATS) नाम दिया गया |
Mr. A A Khan Original Photo
ATS (Anti Terrorist squad ) इस टीम के इन्चार्गे थे MR.A.A खान उन्होंने अपनी इस टीम में ऐसे पुलिस वाले शामिल किये जो की अपने पुलिस बैच के टॉप और शार्प शूटर थे | फिर उन्होंने अपनी इस टीम को बहुत मजबूत बनाया | और हर पुलिस वाले को माया और उसके काम के बारे में बताया | और कैसे न कैसे करके उसे हिराशत में लेने के बजाय उसका अन्काउन्टर करने को कहा | और देखते ही गोली मारने के आर्डर दिए | लेकिन ये इतना आसान नहीं था | क्योकि उसके उपर दाऊद का हाथ था | और वो भी अपने ठिकाने बदलते रहता था | उसने भी अपना काम बढ़ाने और अपना आतंक बढाने के लिए अपनी टीम बनाई | वो टीम 6 लोगो की थी | उसकी टीम में भी मुम्बई के जाने माने गैंगस्टर थे | उनमे से एक माया से भी खातर नाक और शार्प शूटर था | जिसका नाम बुवा था
Buwa
जिसको पाने के लिए माया ने बहुत लोगो को जान से मारा माया और बुवा ने मिलकर और ज्यादा आतंक फैला दिया अब पूरी तरह से मुम्बई माया के पास थी | अब माया के पास सब कुछ था पैसा , ताकत , और मुम्बई शहर इससे मुम्बई के लोग और पुलिस बहुत परेशान होने लगे | जिससे माया के खिलाफ सबूत ना होने के कारण उन्हें पकड़ नहीं सकती थी तो पुलिस वालो ने माया समेत उसके सभी दोस्तों के घरवालो को डरना धमकाना शुरू किया ताकि उनसे ही कुछ सबूत या कुछ जानकारी मिले | ये बात जब माया को पता चली तो उसने भी पुलिस वालो के परिवार को डराया और धमकाया और पुलिस वालों को उनसे दूर रहने को कहा | उसके बाद दोनों के बिच का झगडा कुछ समय के लिए बंद हो गया | तभी माया के मन में मुम्बई का भाई बनने से अंडरवर्ल्ड का डॉन बनने का ख्याल आता है | और दाऊद को अपने रास्ते से हटाने के बारे में सोचता है | बस माया एक ये ही बहुत बड़ी गलती कार देता है | भाई से डॉन बनने के चक्कर में वो एक दिन दाऊद के आदमी से फिरोती मानता है | जो की मुम्बई का एक बिज़नस मैन आदमी था | वो उस आदमी को बहुत तंग करता है और बहुत सारे पैसे मांगता है | उस समय माया मुम्बई के लोखंडवाला के एक स्वाति नाम के अपार्टमेंट में छुपा हुआ था | और उस आदमी को पैसा लाने के लिए वही बुलाता है | लेकिन वो आदमी दाऊद को माया की सारी बाते बता देता है | फिर दाऊद माया को फ़ोन पर समझाता है लेकिन माया उसकी एक भी नहीं सुनता | और उल्टी सीधी बाते करने लगा | तभी दाऊद को माया की बातो से लगा की वो उसे अपने रास्ते से हटाना चाहता है | और कहा जाता है की MR.A.A खान और उनकी टीम को शायद दाऊद ने ही उसका पता बताया था | की माया लोखंडवाला में है | तभी MR.A.A खान अपनी पूरी टीम के साथ कम से कम तीन से चार हजार पिलोचे वाले लोखंडवाला पहुच जाते है |और माया और उनके बिच एक जबरदस्त गैंग वॉर हुआ इस वॉर में पुलिस वालों के दो आदमी घायल हो गये लेकिन पुलिस वालो ने माया और उसके सभी साथियो को मार गिराया था | लोखंडवाला जिस जगह ये वॉर हुआ था | वहा हजारो की तादाद में गोलियां मिली जिन्हें गिनना मुस्किल था | आज भी लोखंडवाला इस वॉर के नाम से प्रसिद्ध है | इस हादसे के उपर एक मूवी भी बने गई थी (Shootout At Lokhandwala)
Note : - इस कहानी के जरिये हमारे किसी की भावना को ठेस पहुचना नहीं है यह कहानी इन्टरनेट और न्यूज़ से पढ़ कर बनाई गई है ये एक सत्य घटना है |
धन्यवाद ||
अगर आपको हमारी कहानी पसंद आये तो कमेंट करे हम आपके लिए ऐसी ही रोमांचक और सच्ची कहानिया लाते रहेंगे |
कोई टिप्पणी नहीं